जापानी पीएम फुमियो किशिदा ने पीएम मोदी के साथ खाये गोलगप्पे बुद्ध जयंती पार्क में जायके के साथ राजनीति

राजधानी दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनके जापानी समकक्ष फुमियो किशिदा (Fumio Kishida) ने बुद्ध जयंती पार्क (Budhha Jayanti Park) की सैर की और इस दौरान आपसी संबंधों को मजबूत बनाने पर चर्चा की। दो दिनों के दौरे पर दिल्ली पहुंची किशिदा ने पार्क में गोल गप्पे, लस्सी और आम पन्ना का स्वाद भी चखा। दोनों नेताओं ने भारत-जापान वैश्विक रणनीतिक साझेदारी का विस्तार करने पर भी सहमति जताई। दोनों ही नेताओं ने ये माना कि ये शांतिपूर्ण, स्थिर और समृद्ध भारत-प्रशांत के लिए जरूरी है।
जापान के साथ संबंधों पर जोर
मोदी ने अपने मीडिया बयान में G20 में भारत के अध्यक्ष पद और G7 समूह की अध्यक्षता वाले जापान का जिक्र किया और कहा कि वैश्विक भलाई के लिए दोनों पक्षों की प्राथमिकताओं पर मिलकर काम करने का ये सबसे अच्छा अवसर है। प्रधान मंत्री ने कहा कि भारत-जापान विशेष रणनीतिक और वैश्विक साझेदारी लोकतांत्रिक सिद्धांतों और अंतरराष्ट्रीय कानून के सम्मान पर आधारित है और ये भारत-प्रशांत के लिए भी बेहद जरूरी है।
कई मुद्दों पर चर्चा
मोदी ने कहा कि दोनों पक्षों ने विशेष रूप से डिफेंस, डिजिटल टेक्नोलॉजी, व्यापार और निवेश और स्वास्थ्य समेत दूसरे क्षेत्रों में द्विपक्षीय संबंधों में प्रगति की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि दोनों पक्षों ने सेमी-कंडक्टर और बाकी अहम तकनीकों के लिए विश्वसनीय सप्लाई चेन के महत्व पर भी चर्चा की।
जापान का निमंत्रण
जापानी प्रधान मंत्री ने कहा कि उन्होंने औपचारिक रूप से मई में G7 शिखर सम्मेलन के लिए मोदी को आमंत्रित किया और उनके भारतीय समकक्ष ने निमंत्रण स्वीकार कर लिया।अपने बयान में, किशिदा ने कहा कि नई दिल्ली के साथ टोक्यो का आर्थिक सहयोग तेजी से बढ़ रहा है और ये न केवल भारत के आगे विकास का समर्थन करेगा बल्कि जापान के लिए जरूरी आर्थिक अवसर भी पैदा करेगा।
बढ़ रहा है भारत-जापान सहयोग
भारत-जापान संबंध 2000 में ‘ग्लोबल पार्टनरशिप’, 2006 में ‘स्ट्रेटेजिक एंड ग्लोबल पार्टनरशिप’ और 2014 में ‘स्पेशल स्ट्रैटेजिक एंड ग्लोबल पार्टनरशिप’ तक बढ़े हैं। 2006 से दोनों देशों के नेताओं के बीच नियमित सालाना शिखर सम्मेलन भी किए गए हैं। पिछले साल मार्च में अपनी भारत यात्रा के दौरान किशिदा ने अगले पांच सालों में भारत में पांच ट्रिलियन येन (3,20,000 करोड़ रुपए) के निवेश लक्ष्य की घोषणा की थी।