Koo ने अपने लाइक बटन में किया बदलाव, डॉ. भीमराव आंबेडकर को दी श्रद्धांजलि
नई दिल्ली। ट्विटर के प्रतिद्वद्वी Koo ऐप ने अपने लाइक बटन को आंबेडकर जयंती के लिए डेडिकेट कर दिया है। जी हां आंबेडकर जयंती के मौके पर भारत के बहुभाषी माइक्रोब्लॉगिंग प्लेटफॉर्म कू ऐप ने आज अपने लाइक बटन को डॉ. भीमराव आंबेडकर की तस्वीर के साथ एक फ्लोटिंग आइकन में बदल दिया है। यह विशेष आइकन डॉ. बी. आर. आंबेडकर और भारतीय संविधान के निर्माता के रूप में उनकी भूमिका के प्रति श्रद्धांजलि है।
क्यों हुआ ये बदलाव?
इस विशेष बदलाव का मकसद भारतीय संविधान में निहित समानता, स्वतंत्रता और बंधुत्व के सिद्धांतों का सम्मान करना है। कंपनी का कहना है कि ‘लाइक’ बटन को इस विशेष आइकन के साथ बदलकर कू ऐप का मकसद अपने तमाम यूजर्स के बीच सार्थक चर्चा और सकारात्मक जुड़ाव को बढ़ावा देना है। इसके साथ ही यूजर्स को संविधान में निहित मूल्यों और सामाजिक न्याय के लिए डॉ. आंबेडकर की अटूट प्रतिबद्धता का चिंतन करने के लिए प्रोत्साहित करना है।
डॉ. आंबेडकर के योगदान को सराहा
कू ऐप के सह-संस्थापक और सीईओ अप्रमेय राधाकृष्ण ने कहा कि भारत के सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक ताने-बाने में डॉ. आंबेडकर का बहुत बड़ा योगदान है और इस विशेष बदलाव के साथ कू ऐप में उनकी जयंती मनाने पर हम सम्मानित महसूस कर रहे हैं। एक स्वतंत्र सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के रूप में, हम सभी को एकजुट करने, विविधता और लोकतांत्रिक मूल्यों को बढ़ावा देने की भरसक कोशिश करते हैं, जो हमारे संविधान की दृष्टि के अनुरूप हैं। यह एक समतावादी समाज के डॉ. आंबेडकर के दृष्टिकोण और उन्हें श्रद्धांजलि देने के लिए हर तरफ ज्यादा से ज्यादा चर्चा को प्रोत्साहित करने की दिशा में एक छोटा सा कदम है।
क्या है कू ऐप
कू ऐप एक माइक्रोब्लॉगिंग साइट है। कंपनी का कहना है कि यह 20 से ज्यादा वैश्विक भाषाओं में उपलब्ध दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा माइक्रोब्लॉगिंग प्लेटफॉर्म बन गया है। इस वजह से यह यूजर्स के बीच विचारों के मुक्त आदान-प्रदान को प्रोत्साहित करता है। दलित मानवाधिकार पर राष्ट्रीय अभियान, मूकनायक, राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग और आजाद समाज पार्टी समेत कई संगठनों और राजनीतिक दलों ने कू ऐप पर डॉ. आंबेडकर की महानता का सम्मान करने के लिए चैट की व्यवस्था की है।