भारतीय मूल के भगोड़े कारोबारी राजेश और अतुल गुप्ता अब भी उनके देश के हैं नागरिक- दक्षिण अफ्रीका सरकार
जोहांसबर्ग। दक्षिण अफ्रीका की सरकार ने कहा कि भारतीय मूल के भगोड़े कारोबारी राजेश और अतुल गुप्ता अब भी उनके देश के नागरिक हैं। वह देश के पासपोर्ट का इस्तेमाल कर रहे हैं।
सरकार की ओर से यह जानकारी इस बीच आई है, जब यह रिपोर्ट सामने आ रही थी कि दोनों ने दक्षिण प्रशांत महासागर के एक द्वीप वनुआटू की नागरिकता हासिल कर ली है।
दक्षिण अफ्रीका ने पिछले हफ्ते कहा था कि UAE ने धोखाधड़ी और भ्रष्टाचार के मामले में दोनों पर मुकदमा चलाने के लिए उनके प्रत्यर्पण के अनुरोध को ठुकरा दिया था।
अजय, अतुल और राजेश गुप्ता दक्षिण अफ्रीका में राज्य उद्यमों से अरबों रैंड की धोखाधड़ी मामले में वांछित है। उस पर आरोप है कि उसने अपने फायदे के लिए पूर्व राष्ट्रपति जैकब जूमा तक अपनी पहुंच का इस्तेमाल किया था।
उत्तर प्रदेश के सहारनपुर का रहने वाला गुप्ता परिवार ने 1993 में दक्षिण अफ्रीका में जूते की दुकान से शुरुआत करने के बाद IT, मीडिया और खनन उद्योगों में एक साम्राज्य खड़ा कर लिया था
ऐसा आरोप है कि उन्होंने पूर्व राष्ट्रपति जैकब जुमा से अपनी नजदीकी का फायदा उठाते हुए धोखाधड़ी की।
जुमा को अफ्रीकी नेशनल कांग्रेस से बर्खास्त किए जाने के बाद गुप्ता परिवार कानून प्रवर्तन एजेंसियों की राडार पर आ गया था, जिसके बाद वह पांच साल पहले दुबई भाग गए।
गृह मामलों के मंत्री आरोन मोत्सोआलेदी ने शुक्रवार को कहा कि गुप्ता बंधु दक्षिण अफ्रीकी पासपोर्ट का इस्तेमाल कर रहे हैं, कब और कहां, यह मैं नहीं बता सकता। गतिविधियों पर नजर रखने वाली हमारी प्रणाली यह नहीं दिखाती कि दक्षिण अफ्रीकी पासपोर्ट धारी कहां चले गए हैं।’
मंत्री उन खबरों पर प्रतिक्रिया दे रहे थे कि गुप्ता बंधु ऑस्ट्रेलिया के पूर्व में दक्षिण प्रशांत महासागर में एक छोटे-से द्वीपीय राष्ट्र वानुअतु के नागरिक बन गए हैं।
मोत्सोआलेदी ने कहा कि गुप्ता बंधुओं ने गृह मामलों के एक भ्रष्ट अधिकारी से अपना पासपोर्ट हासिल किया था, लेकिन विभाग द्वारा उनका पासपोर्ट या नागरिकता रद्द करने की कोई योजना नहीं है, क्योंकि इससे यूएई से उनके प्रत्यर्पण के अनुरोध का कोई मतलब नहीं रह जाएगा।