वर्ल्ड पैरा कैनो की पदक विजेता पूजा ओझा पैरालंपिक और एशियन गेम्स की तैयारी में जुटी

भोपाल। कनाडा में आयोजित वर्ल्ड कप पैरा कैनो चैंपियन शिप में देश के लिए रजत पदक जीतने वाली पूजा ओझा अब 2024 पैरालंपिक और एशियन गेम्स की तैयारी में जुट गई है। उनके इस मिशन का सफल बनाने में भारतीय कयाकिंग एंव कैनोइंग एसोसिएशन आइकेसीए ने सैंटे फंक्शनल फूड्स एंड न्यूट्रास्यूटिकल्स के साथ करार किया है। इसके तहत पूजा ओझा को पर्याप्त खेलों के लिए पोष्टिक आहर के साथ प्रशिक्षण के लिए 10 हजार का रुपये प्रतिमाह दी जाएगी। जिससे वह अपना ध्यान खेलों पर पूरी तरह कैंद्रित करे।
राजधानी के छोटे तालाब पर पिछले दिनों आयोजित एक कार्यक्रम में एथलीट प्रायोजक समझौते पर पैरा कैनो इंडिया के चेयरपर्सन मयंक ठाकुर की मौजूदगी में वोल सेंटो के निदेशक हर्ष तिवारी, एमडी सत्य देव तिवारी व पूजा ओझा ने हस्ताक्षर किए। इस मौके पर आइकेसीए के सीइओ डॉ. सुमंत, डॉ. ईशा जोशी मौजूद थे। पूजा ने कहा कि मेरे लिए यह अच्छी बात है, मुझे अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिता में तैयारी के लिए प्रायोजक की तलाश थी। इससे मेरी तैयारी में मदद मिलेगी।
आईकेसीए अग्रणी पोषण पूरक संगठन में से एक के साथ एक नया प्रायोजन साझा करने पर गर्व महसूस कर रहा है- वोल सैंटे, विशेष रूप से पैरा एथलीटों का समर्थन करने के लिए जो हमें अपने खेल के लिए दृढ़ संकल्प, दृढ़ता और जुनून के साथ प्रेरित करते हैं। वोल सैंट्रो पैरा एथलीटों के सामने आने वाली अनूठी चुनौतियों और बाधाओं को समझता है और उन चुनौतियों से उबरने और खेलों में समावेशिता को बढ़ावा देने के लिए अपनी भूमिका निभाना चाहता है। हम एशियाई चैम्पियनशिप, एशियाई खेलों और पैरालंपिक 2024 के लिए प्रतिस्पर्धा करने वाले एक पैरा एथलीट के साथ अपनी साझेदारी की घोषणा करते हुए रोमांचित हैं।
कनाडा में वर्ल्ड पैरा कैनो में पूजा ने जीता था रजत पदक
पूजा ने पिछले साल कनाडा में आयोजित हो रही वर्ल्ड पैरा कैनो चैंपियनशिप में रजत पदक जीता। भिंड की रहने वाली पूजा ने वीएल 1 महिलाओं की 200 मीटर रेस में 1:34:18 के समय के साथ रजत पदक जीता है। पूजा ने 2017 में इस खेल से जुड़ी थी, इतने कम समय में ही उन्होंने पदक जीतकर साबित कर दिया कि वह किस स्तर की खिलाड़ी है। 36 साल की आयु में यह उपलब्धि अर्जित कर अन्य खिलाडियों की प्रेरणास्त्रोत बन गई है। मयंक ठाकुर ने बताया कि पूजा भिंड में ही प्रशिक्षण प्राप्त कर रही है, भोपाल में आयोजित कैंप में शामिल होने के लिए समय समय पर भोपाल आती है, वह बहुत प्रतिभाशाली खिलाड़ी है, इस सफलता ने उसके लिए भविष्य का रास्ता खोल दिया है।