Gmail पर साइबर क्राइम के न हों शिकार, इन महत्वपूर्ण बातों का हमेशा रखें ध्यान
नई दिल्ली। टेक कंपनी गूगल की ईमेल सर्विस जीमेल का इस्तेमाल हर कामकाजी यूजर द्वारा किया जाता है। हालांकि, इस प्लेटफॉर् पर साइबर हैकिंग का खतरा भी सबसे ज्यादा रहता है। हर जीमेल यूजर को ढेरों मेल्स आना एक आम बात है।
इसी बीच कई बार काम के मेल्स के बीच ऐसे मेल्स भी होते हैं, जो साइबर हैकिंग के लिए फिशिंग, मालवेयर और हैंकिग से जुड़े होते हैं। यूजर के लिए ऐसे मेल्स की पहचान कर पाना एक मुश्किल काम है।
15 बिलियन से ज्यादा मेल गूगल करता है रिजेक्ट
गूगल ने अपने सपोर्ट पेज के जरिए खुद इस बात की जानकारी दी है कि वह रोजाना 15 बिलियन से ज्यादा अनवॉन्टेड मैसेज से अपने यूजर को बचाता है। जीमेल 99 प्रतिशत स्पैम मेल्स को खुद रिजेक्ट करता है। हालांकि, इसके बावजूद भी साइबर हैकिंग के खतरे को पूरी तरह से टाला नहीं जा सकता है।
जीमेल यूजर्स स्पैम मेल से बचने के लिए कुछ जरूरी जानकारियों को पता होना जरूरी है। गूगल फिशिंग और मालवेयर से जुडे़ मेल्स के लिए कुछ रास्ते बताता है।
गूगल यूजर से कभी नहीं करता इन जानकारियों की मांग
- कंपनी के मुताबिक यूजर को अपने Usernames और अकाउंट से जुड़े passwords शेयर करने से बचना चाहिए।
- इसी तरह यूजर को अपना सोशल सिक्योरिटी नंबर शेयर करने से बचना चाहिए।
- यूजर को किसी भी मेल के जवाब पर अपना बैंक अकाउंट नंबर, पिन, क्रेडिट कार्ड डिटेल्स, मां की जानकारियां, जन्मतिथी को शेयर करने से बचना चाहिए।
- यूजर को किसी भी अनजान मेल में मिले attachments को भी डाउनलोड करने में सावधानी बरतनी चाहिए।
फिशिंग, मालवेयर से जुड़े मेल की पहचान होने पर करें ये काम
- इसी तरह अगर यूजर फिशिंग, मालवेयर से जुड़े किसी मेल की पहचान कर लेता है तो कुछ जरूरी कामों को करने की सलाह दी जाती है।
- ऐसे मेल्स को तुरंत रिपोर्ट किया जाना जरूरी है।
- किसी मेल पर बैंकिंग जानकारियां भेज चुके हैं तो बैंक को तुरंत इसकी सूचना दे सकते हैं।