पवन आहूजा को आत्महत्या के लिए उकसाने में आयुष चिकित्सक डा. शिवानी निषाद गिरफ्तार

बालाघाट। बालाघाट के पवन आहूजा को आत्महत्या के लिए उकसाने के मामले में मंडला पुलिस ने आरोपित महिला आयुष चिकित्सक को 15 दिनों की न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया है। मंडला जिले की बम्हनी पुलिस ने बुधवार को बालाघाट आकर आयुष चिकित्सक डा. शिवानी निषाद को गिरफ्तार किया था। इस दौरान अायुष चिकित्सक ने खुद को बचाने के लिए जमकर ड्रामा किया। आरोपिता को बम्हनी ले जाने के बाद भी ये ड्रामा जारी रहा, जहां डा. शिवानी निषाद ने खुद को बचाने के कई प्रयास किए, लेकिन पुलिस ने आरोपिता को गत देर शाम जेल भेज दिया। जबकि, बम्हनी पुलिस ने मामले से जुड़े चार अन्य फरार आरोपितों की तलाश तेज कर दी है।
बम्हनी थाने में पदस्थ उपनिरीक्षक वकार खान ने बताया कि फरार आरोपितों में डा. शिवानी निषाद की मां रानी निषाद के अलावा शिक्षक कैलाश नंदनवार, अनिता नंदनवार और तीजन कुशराम हैं, जिनकी लोकेशन का पता लगाने साइबर सेल की मदद ली जा रही है। गौरतलब है कि 20 दिसंबर 2022 को बालाघाट के वार्ड-32 निवासी पवन आहूजा ने पड़ोसियों से मानसिक प्रताडि़त होकर बम्हनी स्थित घर में आत्महत्या कर ली थी। मृतक ने सुसाइड नोट में आयुष चिकित्सक सहित अन्य चार लोगाें के नाम लिखे थे।
बम्हनी पुलिस ने आइसीयू प्रभारी को लिखा पत्र
बम्हनी पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार, पवन आहूज सुसाइड केस में पुलिस डा. शिवानी निषाद को गिरफ्तार करने पहुंची थी। पूछताछ में आरोपिता द्वारा अपनी मां रानी निषाद के आइसीयू में भर्ती होने की जानकारी दी गई। हालांकि, ये तय नहीं है कि रानी निषाद वाकई में उपचारार्थ आइसीयू में भर्ती या नहीं। इसके लिए बम्हनी पुलिस ने जिला अस्पताल के आइसीयू प्रभारी को पत्र लिखा है, जिसमें रानी निषाद नामक मरीज के भर्ती हाेने अथवा उसके स्वस्थ होने की जानकारी पुलिस से साझा करने कहा गया है।
वरना फरार आरोपितों की संपत्ति होगी कुर्क
उपनिरीक्षक वकार खान ने बताया कि पुलिस साइबर सेल की मदद से फरार आरोपितों की तलाश कर रही है। अगर आरोपित उपस्थित नहीं होते हैं तो ऐसी स्थिति में कोर्ट से गिरफ्तारी वारंट जारी कराया जाएगा। इसके बाद बालाघाट के तहसीलदार अथवा राजस्व अधिकारी से संपर्क कर फरार आरोपितों की संपत्ति की जानकारी एकत्र की जाएगी। अगर उनके नाम पर कोई संपत्ति पाई जाती है ताे कुर्की की कार्रवाई की जाएगी।