नामी कंपनी का लेबल स्टीकर लगाकर दुकानदार बेच रहा था नकली इंजन आयल गिरफ्तार

रायपुर। राजधानी रायपुर में नकली इंजन आयल का कारोबार थमने का नाम नहीं ले रहा है। खासकर आउटर इलाके में नामी कंपनी का लेबल, स्टीकर लगाकर दुकानदार नकली आयल बेच रहे हैं। मौदहापारा पुलिस ने एक ऐसे ही दुकानदार को गिरफ्तार किया है।
दरअसल, हीरो मोटोकार्प के अधिकृत डिस्टीब्युटर संजय जादवानी ने मौदहापारा पुलिस थाने में शिकायत की थी, कि देवपुरी स्थित शिव शक्ति लुब्रीकेंट के संचालक रोहित पिंजानी हीरो मोटोकार्प कंपनी के नकली इंजन आयल बेच रहा है।
इस शिकायत के आधार पर पुलिस ने कंपनी के लोगों के साथ दुकान में दबिश देकर वहां से 14 पेटी कुल 280 बोतल हीरो मोटोकार्प का नकली इंजन आयल बरामद किया था। जब्त आयल की कीमत 53 हजार दो सौ रुपये आंकी जा रही है। पुलिस ने मामले में कटोरा तालाब निवासी आरोपित दुकानदार रोहित पिंजानी (35) के खिलाफ 63,65 कापी राइट एक्ट का अपराध कायम कर उसे गिरफ्तार कर लिया है।
ऐसे करें असली और नकली इंजन आयल की पहचान
– उच्च गुणवत्ता वाले लेबल और बारकोड के लिए पैकेजिंग की जांच करें।
– पैकेजिंग पर टैम्पर-प्रूफ सील देखें।
– तेल की चिपचिपाहट रेटिंग की जांच करें।
– असली इंजन का तेल आमतौर पर नकली तेल से ज्यादा महंगा होता है।
– अधिकृत डीलर या प्रतिष्ठित आटो पार्ट्स स्टोर जैसे विश्वसनीय स्रोत से खरीदारी करें।
यह होता है नुकसान
– नकली आयल में ल्बूरीकेट्स (चिकनाई) कम होता है। इससे इंजन गरम होता है। इंजन को पार्ट्स गर्म होते हैं। इससे क्लिच प्लेट चिपक जाती हैं। हाफ सेंटर कट जाता हैं कभी-कभी तो इंजन पूरी तरह सूख जाता है, जिससे इंजन ड्राय हो जाता है।
इंजन एक महीने में ही सील हो जाता है
– बाइक की सर्विस के दौरान यदि नकली इंजन डाल दिया जाए तो वाहन का इंजन एक माह के अंदर ही सील हो जाता है। इससे लोग ठगी का शिकार होते हैं। नकली आयल से बाइक सहित अन्य छोटी-बड़ी गाड़ियों के इंजन खराब हो रहे हैं। अक्सर लोगों का ध्यान इंजन में डाले गए नकली आयल पर नहीं जाता है। वह वर्तमान स्थिति में गाड़ी ठीक कराने की सोचते हैं।