सेवा के भाव से जुड़े अब समाज में दे रहे हिस्सेदारी

जबलपुर। कालेज में पढ़ाई के अलावा कुछ अलग करने की चाह ने राष्ट्रीय सेवा योजना से युवाओं को जोड़ दिया। पहले सेवा का भाव था जो बड़े स्तर पर सामाजिक जिम्मेदारी निर्वहन में हिस्सेदारी बन चुका है। कालेज परिसर से निकलकर सेवक गली-मोहल्लों, गांव तक पहुंचकर अपनी जिम्मेदारी निभा रहे हैं। यहां खुद को स्वस्थ्य रखने के साथ पर्यावरण, स्वास्थ्य समेत सामाजिक कुरितियों के खिलाफ जनजागरूकता जैसे बड़े-बड़े अभियान में बढ़ चढ़कर राष्ट्रीय सेवा योजना कार्य कर रही है। कई युवा तो इस मामले में दो कदम आगे निकलकर राष्ट्रीय स्तर पर अपने कार्य को पहचान दे रहे हैं।
क्या है राष्ट्रीय सेवा योजना-
राष्ट्रीय सेवा योजना युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्रालय भारत सरकार द्वारा संचालित योजना 24 सितंबर सन 1969 को स्थापित की गई। योजना का मुख्य उद्देश्य समाज सेवा के माध्यम से विद्यार्थियों के व्यक्तित्व का विकास करना साथ ही समाज के अन्य क्षेत्रों एवं गतिविधियों में भाग लेने वाले विद्यार्थी, समाज के लोगों के साथ मिलकर समाज के हित के कार्य करते है। इसमें पर्यावरण संरक्षण , नशा मुक्ति , बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ , मतदाता जागरूकता , एड्स जागरूकता , साक्षरता संबंधी कार्य, स्वास्थ्य एवं सफाई आपातकालीन या प्राकृतिक आपदा के समय पीड़ित लोगों को मदद पहुंचाना है।
एनएसएस से कैसे जुड़े
राष्ट्रीय सेवा योजना की इकाई विद्यालय,महाविद्यालय एवं विश्वविद्यालय में संचालित की जाती है जिसके अंतर्गत सेवकों को जोड़ा जाता है अगर किसी को एनएसएस से जुड़ना है, तो अपने स्कूल के पढ़ाई के दौरान इस संगठन में शामिल हो सकते हैं। प्रत्येक इकाई में एक कार्यक्रम अधिकारी होते हैं जिनके माध्यम से वे छात्र अपना पंजीयन फार्म भर सकते हैं जिसमें छात्र की व्यक्तिगत जानकारी एवं माता-पिता की सहमति पत्र शामिल होता है। आवेदन कार्यक्रम अधिकारी को जमा करने के पश्चात वह स्वयंसेवक राष्ट्रीय सेवा योजना का अंग बन जाता है।
छात्र नहीं फिर भी जुड़ने का मौका-
ओपन यूनिट के कार्यक्रम अधिकारी देवांशु गौतम ने बताया कि ओपन यूनिट में जुड़कर भी सेवा कार्य किया जा सकता है इसके लिए छात्र होना आवश्यक नहीं है। देवांशु के मुताबिक जिन छात्र-छात्राओं का शैक्षणिक कोर्स पूरा हो जाता है वह छात्र-छात्राएं भी शिक्षा समाप्त होने के पश्चात भी ओपन यूनिट के माध्यम से एनएसएस में जुड़े रह सकते हैं । वर्तमान में रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय में एक ओपन यूनिट संचालित है जो कि जबलपुर संभाग के आठ जिलों के स्वयंसेवक छात्र छात्राओं को एनएसएस से जुड़े रहने का अवसर प्रदान करती है।
दाखिले से लेकर नौकरी में अवसर-
जो भी युवा राष्ट्रीय सेवा योजना संगठन से जोड़ते हैं, उन्हें अपने चरित्र का निर्माण करने में भी सहायता शिक्षा द्वारा समाज सेवा एवं समाज सेवा द्वारा शिक्षा यह लक्ष्य को प्राप्त करते हुए अपना व्यक्तिगत विकास करते हैं। राष्ट्रीय सेवा योजना पाठ्यक्रम के दौरान ए,बी,सी प्रमाण पत्र प्रदान किया जाता है। जिसके माध्यम से शिक्षण संस्थान में प्रवेश तथा सरकारी नौकरी में अतिरिक्त अंक मिलता है।
एनएसएस का कार्य-
राष्ट्रीय सेवा योजना के स्वयंसेवक देश में सामाजिक कार्य के द्वारा लोगों को जागरूक करने का कार्य करते हैं जो कि विभिन्न नियमित एवं विशेष ग्रामीण शिविर लगाकर लोगों को साफ सफाई के लिए जागरूक करते हैं। हर इकाई साल में एक बार शिविर का आयोजन करती है जहां स्वयं सेवक सात दिवस रहकर जागरूकता कार्यक्रम चलाते हैं। इसमें पर्यावरण को स्वच्छ बनाए रखने के लिए पौधे लगाने के लिए पौधारोपण कार्यक्रम को बढ़ावा दिया जाता है। स्वास्थ्य शिविर में डाक्टरों के द्वारा लोगों के स्वास्थ्य का भी ख्याल रखा जाता है। साहसिक कार्यक्रम के द्वारा लड़के और लड़कियों को जागरूक किया जाता है.।जिसमें कई तरह के खेल का आयोजन किया जाता है जैसे कि पर्वतारोहण, पैरासेलिंग, रिवर राफ्टिंग आदि जिसमें कई लड़के और लड़कियां भाग लेते हैं और अपने साहस का प्रदर्शन करते हैं। राष्ट्रीय युवा महोत्सव के द्वारा देश के हर तरह के पर्व त्योहार और देश के सांस्कृतिक और सभ्यता का महत्व समझाया जाता है।
एनएसएस के द्वारा राष्ट्रीय सेवा योजना में विभिन्न प्रकार के पुरस्कार प्राप्त किए जाते हैं जिसमें राष्ट्रीय सेवा योजना का सर्वोच्च पुरस्कार राष्ट्रीय सेवा योजना पुरस्कार महामहिम राष्ट्रपति द्वारा राष्ट्रपति भवन में प्रदान किया जाता है। एनएसएस के द्वारा प्राकृतिक आपदा जैसे कि बाढ़, सुखा भूकंप आदि होता है, तो लोगों की हर तरह से मदद किया जाता है।
जबलपुर जिले में वर्तमान में 58 इकाईयां सक्रिय है जिनमें करीब 5800 स्वयं सेवक कार्य कर रहे हैं। राष्ट्रीय सेवा योजना का कार्य समाज में सहभागिता को बढ़ावा देना है जिसके लिए लगातार कार्य किया जाता है। युवा इस ओर आकर्षित भी हो रहे हैं। अच्छा कार्य करने वाले युवा राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान स्थापित कर रहे हैं।
डा.अशोक कुमार मराठे, संभागीय कार्यक्रम अधिकारी एनएसएस रादुवि
सुबेन्दु मन्ना
मुक्त इकाई राष्ट्रीय सेवा योजना रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय जबलपुर
उपलब्धियां
– मध्यप्रदेश राज्य स्तर सर्वश्रेष्ठ स्वयंसेवक पुरस्कार
– नेशनल एड्स कंट्रोल प्रोग्राम द्वारा एड्स जागरूकता हेतु राष्ट्रीय स्तर पुरस्कार
– राज्य स्तर रक्तदान पुरस्कार
– राष्ट्रीय युवा उत्सव, साहसिक गतिविधियों शिविर, पूर्व गणतंत्र दिवस परेड शिविर आदि राष्ट्रीय स्तर के शिवराे मैं मध्यप्रदेश राज्य का प्रतिनिधित्व किया
– बाल संरक्षण हेतु यूनिसेफ द्वारा जिला स्तर पुरस्कार
– जिला प्रशासन द्वारा कोरोना योद्धा पुरस्कार
नाम :- सुयश श्रीवास्तव
राष्ट्रीय सेवा योजना मुक्त इकाई स्वयंसेवक
रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय, जबलपुर म.प्र
उपलब्धियां :-
– रासेयो विश्वविद्यालय सर्वश्रेष्ठ स्वयंसेवक 2020 – 21
– राष्ट्रीय स्तरो के शिवरो में मध्य प्रदेश का प्रतिनिधित्व
– प्रशासन द्वारा कोरोना योद्धा पुरस्कार प्राप्त.
-राज्य स्तरीय रक्तदाता पुरस्कार.
– बाल संरक्षण में कार्य के लिए यूनिसेफ द्वारा जिला स्तरीय पुरस्कार प्राप्त
नाम – अरविंद कुमार लोधी
उपलब्धियां
-राष्ट्रीय स्तर गणतंत्र दिवस परेड शिविर(सांस्कृतिक) 2022 (राजपथ दिल्ली)
-(रासे यो)राज्य स्तरीय स्वयंसेवक पुरस्कार 2016
– राज्य स्तरीय रक्तदाता पुरूस्कार
-राज्य स्तरीय स्वच्छ भारत समर इंटर्नशिप पुरस्कार
– कोरोना वारियर पुरस्कार
– विश्वविद्यालय स्तरीय सर्वश्रेष्ठ पुरस्कार
नाम- रोशन प्रजापती
संस्था- मुक्त इकाई रादुवि
उपलब्धि-
रासेयो राज्य स्तरीय सवश्रेष्ठ स्वयंसेवक पुरस्कार,
कोरोना योद्धा पुरस्कार,
एक साहसिक गतिविधि शिविर,
पांच राष्ट्रीय एकता शिविर,
गणतंत्र दिवस परेड में प्रदेश का प्रतिनिधित्व
नाम :- अमित शिवहरे
राष्ट्रीय सेवा योजना मुक्त इकाई स्वयंसेवक
रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय, जबलपुर म.प्र
उपलब्धियां :-
-.मध्य प्रदेश राज्य स्तरीय पुरस्कार 2019- 20
– रासेयो विश्वविद्यालय सर्वश्रेष्ठ स्वयंसेवक 2020 – 21
– राष्ट्रीय स्तर के शिवरो में मध्य प्रदेश का प्रतिनिधित्व किया ।
– कोरोना वारियर पुरस्कार.
– राज्य स्तरीय रक्तदाता पुरस्कार
– बाल संरक्षण में कार्य के लिए यूनिसेफ द्वारा जिला स्तरीय पुरस्कार प्राप्त
विकास की पाठशाला-
राष्ट्रीय सेवा योजना शिक्षा के साथ दीक्षा प्रदान करती है। रासेयो व्यक्तिव और कौशल विकास की प्राथमिक पाठशाला है। समाज सेवा से व्यक्तिव विकास इसकी मूल भावना है। इसलिए राष्ट्रीय सेवा योजना को नई शिक्षा नीति में ओपन इलेक्टिव विषय के रुप रखा गया है। युवा इसके प्रति रूचि दिखा रहे हैं।
-डा. आनंद सिंह राणा,
जिला संगठक, राष्ट्रीय सेवा योजना