मझगवां में वीरांगना रानी दुर्गावती की प्रतिमा का किया अनावरण बोले संघ प्रमुख राष्ट्रहित सर्वोपरि

सतना। वीरांगना रानी दुर्गावती की प्रतिमा का किया अनावरण, बोले संघ प्रमुख राष्ट्रहित सर्वोपरि सतना नईदुनिया प्रतिनिधि। भोपाल से रेवांचल एक्सप्रेस में चलकर सतना पहुंचे संघ प्रमुख मोहन भागवत सबसे पहले सतना स्थित संघ कार्यालय नारायण कुटी पहुंचकर संघ के पदाधिकारियों की बैठक ली। उसके बाद मझगवां में आयोजित वीरांगना दुर्गावती की 5सौवीं जयंती कार्यक्रम में शामिल हुए। जहा रानी दुर्गावती की प्रतिमा का अनावरण भी किया। बता दे कि सतना पहुंचे संघ प्रमुख मोहन भागवत ने कुटी में संघ के प्रमुख पदाधिकारियों की गुप्त मीटिंग की है। साथ ही तकरीबन साढ़े 11बजे वे सतना के मझगवां स्थित कृषि विग्रह केंद्र पहुंचे। जहां वीरांगना रानी दुर्गावती के 5सौवीं जयंती में आयोजित एक कार्यक्रम में शामिल हुए।उन्होंने रानी दुर्गावती की प्रतिमा का अनावरण भी किया और आम जनसभा को संबोधित भी किया है।
उन्होंने सभा में रानी दुर्गावती के बारे में कहते हुए कहा कि,, रानी दुर्गावती ने विदेशी हमलावरों को कई बार नाकों चने चबवाये थे,लेकिन उन्हें अपनो ने ही धोका दिया था,रानी दुर्गावती कभी भी किसी की वीरता से नहीं हारी, बल्कि उनके साथ विस्वाश घात हुआ था, उन्होंने कहा कि रानी दुर्गावती का स्मरण करते हुए हमें एक बात सीखनी चाहिए,अपने छोटे-छोटे स्वार्थ के कारण देश हित को नुकसान पहुंचाने वाली प्रबृत्ति हमारे अंदर कभी ना आए। उन्होंने कहा कि यह स्थान छोटा नहीं है यह हमारे लिए किसी तपोभूमि से कम नहीं है उन्होंने नानाजी देशमुख का जिक्र करते हुए कहा कि इस धरती पर उन्होंने साधना की है । उन्होंने कहा कि जब बात राष्ट्रहित की हो तो हमें अपना पराया से ऊपर उठकर राष्ट्र हित के बारे में विचार करना चाहिए । बताते चलें कि 7 मिनट के उद्बोधन के दौरान संघ प्रमुख केवल वीरांगना रानी दुर्गावती के चरित्र एवं शौर्य पर ही चर्चा करते नजर आए। कार्यक्रम में सैकड़ों की संख्या में आमजन, संघ के पदाधिकारी और बड़ी संख्या में भाजपा के जनप्रतिनिधि मौजूद रहे। कार्यक्रम के बाद संघ प्रमुख मोहन भागवत चित्रकूट के लिए रवाना हो गए जहां डीआरआई में रात्रि विश्राम करने के बाद वे रविवार को प्रयागराज के लिए रवाना हो जाएंगे।