फिर बदला मौसम का मिजाज ग्वालियर चंबल संभाग में गरज-चमक के साथ वर्षा के आसार

भोपाल। अलग–अलग स्थानों पर बनी तीन मौसम प्रणालियों के असर से वातावरण में नमी आने के कारण मध्य प्रदेश में विभिन्न जिलों में आंशिक बादल बने हुए हैं। सागर, जबलपुर संभाग के जिलों में कहीं-कहीं बूंदाबांदी की स्थिति बन रही है। मौसम विज्ञानियों के मुताबिक अफगानिस्तान के आसपास बने पश्चिमी विक्षोभ के असर से शुक्रवार से मौसम के मिजाज में फिर बदलाव होने के आसार है। शुक्रवार को ग्वालियर, चंबल संभाग के जिलों में बूंदाबांदी हो सकती है। शनिवार को ग्वालियर, चंबल, सागर संभाग के जिलों में गरज-चमक के साथ वर्षा भी हो सकती है। मौसम का इस तरह का मिजाज तीन-चार दिन तक बना रह सकता है। उधर राजधानी में भी सुबह के समय आंशिक बादल थे, लेकिन दोपहर को बादल छंटने के कारण धूप में तल्खी महसूस हुर्इ। शाम के समय फिर बादल छाने के आसार हैं।
मौसम विज्ञान केंद्र के पूर्व वरिष्ठ मौसम विज्ञानी अजय शुक्ला ने बताया कि वर्तमान में एक पश्चिमी विक्षोभ अफगानिस्तान और उसके आसपास हवा के ऊपरी भाग में चक्रवात के रूप में बना हुआ है। दक्षिण-पश्चिमी राजस्थान पर हवा के ऊपरी भाग में एक चक्रवात बना हुआ है। झारखंड से तेलंगाना तक छत्तीसगढ़ से होते हुए एक ट्रफ लाइन गुजर रही है। इस मौसम प्रणाली के कारण अरब सागर से नमी मिलने के कारण बादल छा रहे हैं, साथ ही कहीं-कहीं बूंदाबांदी भी हो रही है। शुक्ला के मुताबिक शुक्रवार से पश्चिमी विक्षोभ का असर शुरू हो जाएगा। इसके प्रभाव से शनिवार को ग्वालियर, चंबल, सागर, जबलपुर, भोपाल, रीवा संभागों के जिलों में कहीं-कहीं गरज-चमक के साथ वर्षा हो सकती है। इस दौरान कहीं-कहीं ओले भी गिर सकते हैं।